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तुम सुकून कहो… हम ज़ाकिर समझेंगे! जीवन में जब भी हारा हुआ महसूस करें, ज़ाकिर भाई के सफ़र को याद कर लीजियेगा! क्या पता उनकी ही तरह जो तंग गालियों ...
11 अगस्त 1942 देश का वो दौर जब, अंग्रेजों ने बापू और पंडित नेहरू को जेल में डाल दिया। सबने सोचा क्रांति की लौ कम हो रही है ...
सोचिए, 565 अलग-अलग रियासतों के साथ सौदा पक्का करना — बिना E-mail, बिना Zoom Call, बिना LinkedIn Premium के। सिर्फ़ हिम्मत, ...
21 साल की उम्र में, पुरुषों की तरह कपड़े पहने हुए, हाथ में पिस्तौल और potassium cyanide। आज वो ब्रिटिश क्लब पर धावा बोल रहे ...
सोचिए, सिर्फ़ नमक बनाने के लिए 240 मील पैदल चलना पड़े! सुनने में नामुमकिन लग सकता है,, पर इस एक क़दम था जिसने आज़ादी की लड़ाई ...
जब जिंदगी ने हरप्रीत को तोड़ने की कोशिश की — इन परिंदों ने उन्हें फिर जीना सिखाया। पंजाब की हरप्रीत कौर बीते 10 सालों से 200 ...
एक ऐसा डॉक्टर जो चाहता तो करोड़ों रुपये कमा सकता था, पर उसने मानवता का रास्ता चुना! सिर्फ पांच रुपये में गरीबों का इलाज करता है यह डॉक्टर. कहाँ मिलते ...
मेघालय के दिल में बसी है एक पुरानी लेकिन ज़िंदा होती परंपरा जिसे पेड़ों ने और इंसानों ने मिलकर गढ़ा है। इन्हें कहा जाता है — ...
केरल के अखिल और अमृता की लव स्टोरी बेहद खास है। दस साल की उम्र में Burn Victim बनीं अमृता को लगा नहीं था कि कोई उनके चेहरे से ...
सड़कों से बचाकर लाई गईं ये दो हथिनियाँ, आर्या और ज़ारा! आज मथुरा में एक-दूसरे का सहारा हैं। एक नहीं देख सकती, दूसरी उसका रास्ता बनती है। इनकी दोस्ती सिर्फ़ ...
कोयले की राख में तब्दील होते खेत, और घटती हरियाली को बचाने निकली हैं नागालैंड की एईएन अमरी, 10 लाख मोरिंगा के पौधे लगाकर वो आज Northeast की मिट्टी में ...
नागपंचमी पर जो सांप दिखते हैं, उनके दांत पहले ही तोड़ दिए जाते हैं। फिर उन्हें 15-20 दिन भूखा-प्यासा रखा जाता है, जब दूध सामने रखते हैं, वो मजबूरी में ...
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